कतेक दिन भ गेल, एहि ब्लॉग पर नहि आबि सकलहु आ ते नहि किछ लिख सकलहु। कतेक रास बात रहि गेल शेयर करय लेल। गाम के फेसबुक समूह के सब सदस्य मिलि के प्रयास केलहु जे गाम के विकास में हम सब भागिदार बनी। अपन भागीदारी गाम स बाहरो रहहि के तय करी। कोना प्रयास कैल जाय, कुन-कुन मुद्दा उठायल जाय, ओही लक्ष्य के कोना प्राप्त करी, इत्यादि विषय सब पर सक्रिय सदस्य के बीच में बड्ड विमर्श भेल आ मंथन सेहो। इः सब मंथन के बीच में इ भेल जे गाम में जागरूकता फैलाबइ लेल किछ इवेंट के आयोजन कैल जाय। कोना आ कुन इवेंट? समूह के नौजवान सदस्य सब विचार रराख्लाथि जे पुरे दुनिया में जागरूकता बढेबा लेल मैराथन के आयोजन कैल जायत अछि। गाम के लोक सब एही में भाग लेत आ जागरूकता पसरे लागत समूह के विचार भेल जे काली पूजा, जे अपना गाम के मुख्य पर्व छि, के अवसर पर इ इवेंट कैल जाय आ बहुत विमर्श के बाद इ तय भेल जे काली माय के जन्म दिन 13 नवम्बर 2012 के कैल जाय। किछ आशंका भी जतायल गेल जे एही अवसर पर इ आयोजन ठीक नहि रहत, लोक सब भाग नहि ल सकत इत्यादि, इत्यादि। मुदा इ तय भेल जे कुनु तिथि के सब के उपस्थिति निश्चित नहीं कैल जा सकैत अछि, ते, जन्म दिन सब से उपयुक्त मानल गेल।
तारीख त तय भ गेल, आब इ कोना कैल जाय, एही पर मंथन होमय लागल। समूह के बेसी सदस्य गाम से बाहरे रहैत छथि । बेसी छुट्टी ल क किनको लेल गाम जायब मुश्किल छल। चूंकी शुरूआती दौर में गाम से बेसी सहयोग के उम्मीद नहि छल आ सत कहू ते उदासीनता बेसी छल, इ काज मुश्किल बुझायत छल। गाम में कार्यकर्ता के रूप में एकता दीपू बाबु . चूंकि हुनकर अपन राजनितिक आकांक्षा सेहो छन्हि , ते किछ-किछ कोण से हुनकर काज के शंका के दृष्टि से सेहो देखल जायत छलन्हि। कहीं इ एकर उपयोग ते राजनीती में त नहीं करत? बहुतो प्रयास के बादो, गाम में एही आयोजन के लेल सही माहोल नहीं बुझायत छल। एहनो बुझायत छल जे केवल ग्रुप के सदस्याए भरी एही आयोजन में ठाढ़ रहत आ एही आयोजन से हमरा सब के किछु नहीं भेटत। लोजिस्टिक्स सब सोचल जाय लागल। अमित (गोपाल), किशोर, निरंजन, सनत, अगम इत्यादि सब मिलि के योजना बनाबे लागल। सबसे पहिने आयोजन स्थल के फैसला कैल गेल। पहिने जे प्रोग्राम नवकि काली मंदिर के प्रांगन में होई वाला छल, इ तय भेल जे शशिकला मध्य विद्यालय में कैल जाय जाहि से की काली पूजा के आयोजन में कोनो बाधा नहि हो। कलेक्टर, SDO, थाना, CMO इत्यादि के आमंत्रण भेजल गेल जे ओ एही आयोजन के अपन उपस्थिति से कृतार्थ करैत। सहरसा जिला के सब प्रमुख गाम में एकर प्रचार कैल गेल। अमित पम्पलेट आ बैनर, लीफलेट इत्यादि के व्यवस्था पटना से ही केलैथ । किशोर दौर में देबय जाय वाला ट्राफी के व्यवस्था खुद केलैथ आ बिना आरक्षण के चलि देलाह गाम में होई वाला एही आयोजन के गति देबय लेल। अपना हाथ से ठेला घीच के किशोर, निरंजन, दीपू, बच्चन जी-------------- पुरे गाम में जमि के प्रचार केलैथ , टोले टोल, गली गली घूमि के प्रचार केलैथ आ लोक सब के आश्वस्त करय के भरिसक प्रयास केलैथ एही आयोजन के बारे में। संतोष ठाकुर 'ज्योतिषी जी', डॉ विनोद भाय जी, आदरणीय मुखिया जी भी एहि आयोजन में भाग लेलैथ आ अपन सम्मति देल्खिंह। लोकतंत्र में जन प्रतिनिधि के सहयोग आवश्यक मानल जायत अछि। इवेंट के दिन आबैत आबैत गाम में माहौल बना देलैथ , आ लोक सब आशा भरल नजर से देखे लागल एही इवेंट के आयोजन के।
फेर आयल, डी डे, कलेक्टर साहब आ SDO साहब मुख्या अतिथि के रूप में शोभा बढ़ेल्खिं। मुखिया जी उपस्थित रहैथ । सरपंच साहब कतहु नहीं लखा पडलाह । मैराथन में भाग ले वाला के भीर लागी गेल। लगभग 400 धावक कोशी कमिश्नरी के विभिन्न गाम से आयल। ज्योतिषी जी अपन स्वागत गान से भीर के मन मोहि लेलखिन। मुखिया जी अपना भाषण से सेहो बड्ड प्रभावित केलैथ , कलेक्टर साहब दीप जला आ फीता काटी दौर के शुभारम्भ केलैथ । किशोर जे एही टीम के सबसे सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में उभर्लाह, अपन ओजस्वी वक्तव्य से सब के प्रभावित केलाह। निरंजन जी, सनत आ दीपू सेहो अपन अपन संबोधन में एही दौड़ के उद्देश्य आ लक्ष्य से लोक सब के अवगत करेल्खिं।
दौर बड्ड नी क जकां संपन्न भेल। पुरस्कार के वितरण भेल आ इ आयोजन के सब तरहे सफल मानल गेल।
मुदा, की इ दौड़ छल की किछ आर। मूल उद्देश्य दौड़ नहीं छल, इ त एकटा माध्यम छल जकर सहारा से हम सब गाम के विकास के लक्ष्य प्राप्त करय लेल चाहैत छि। हमरा सब के लक्ष्य ध्यान में रखबाक चाही, हर समय।
ग्रामीण के उदासीनता से ग्रुप के जोश में ठंडक आबि गेल। कारण जमीनी स्तर पर काज कराय वाला के अभाव। एकटा दीपू की करत? समाधान अपन सहयोग देबय लेल तैयार अछि। अपना सब के एही विषय में एक बेर फेर विचार कराय परत। किशोर समाधान से बात कराय के कोशिस क रहल छथि ।
एही बीच में एकटा आर गप भेल छल, SDO साहब किशोर आ निरंजन जी के किछ काज के लेल जेना ग्रामीण स्तर से सहयोग के लेल कहलखिन, विभिन्न सामजिक सुरक्षा योजना के कार्यान्वयन के लेल। एही में समाधान से मदति भेट सकैत अछि।
एही कड़ी में डॉ विनोद भ।य जी एकटा मेडिकल कैंप के विषय में प्रस्ताव देने छथि , 30-31 मार्च के। फगुआ के बाद, इ कैंप ठीक रहत। मुदा ग्रुप के सदस्य एही में कोना योगदान करत? सब बूते त मुश्किल होयत गाम में रहनाय , मुदा जिनका संभव हुए ओ अवश्य रही आ एकरा सफल बनाबी।
इ ग्रुप जत्ते मुद्दा के उठा रहल अछि आ जतेक पर विमर्श क रहल अछि, ओकरा कोना लागू कैल जाय, एही में मतैक्य नहि बनि रहल अछि। अपन सबहक सीमा के देखैत हमरा सब के मिलि के कोशिश कराय परत जाहि से की अपन जन्मभूमि के किछ बेहतर बना सकब।
एक बेर भोला बाबा से निवेदन करब जे हाउ भोला बाबा, अपन धिया पुता सब के एतेक शक्ति दाहक जे ओ सब किछ काज क सके अपन गाम के लेल, नीलकंठ धाम के लेल।
जय नीलकंठ।