Wednesday, November 16, 2016

चैनपुर के मेधावी बेटी रूपम कुमारी

बहुमुखी प्रतिभा केँ धनी रूपम कुमारी, पिता- स्व. संतोष मिश्र, बाबा- स्व. विश्वनाथ मिश्र, ग्राम चैनपुर, जिला - सहरसा क' बिहार शिक्षा परियोजना द्वारा आयोजित शिक्षा दिवस 2016 केँ कविता लेखनी म' पूरा बिहार म' प्रथम स्थान प्राप्त भेलन्हि।

रूपम शुरूवे सँ मेधावी छलीह, ओ पढाई म' अव्वल होयबाक संगे - संग  रचनात्मक काज म' सेहो सदिखन आगू रहैत छली। हुनकर प्रतिभा क' निखारबा म' नीलकंठ बालिका मध्य विद्यालय चैनपुर केर प्रधानाध्यापक श्री संतोष ठाकुर जीक बहुत योगदान छलैन्ह। श्री संतोष ठाकुर जी गुरू केर संगे - संग अभिभावक केर फर्ज सेहो निभेलन्हि। श्री निरंजन ठाकुर (अमेरिका) सेहो रूपम क' लक्ष्य तक पहुँचबा म' पूरा सहयोग केलन्हि।

चैनपुर गामक नाम राज्य स्तर पर उँच करबाक लेल समस्त ग्राम वासी आय अपना आप क' गौरवान्वित महसूस करैत छैथ। पूरा ग्राम वासी क' रूपम कुमारी एहेन बेटी पर नाज छैन्ह। आय रूपम कुमारी देखा देली कि बेटी सेहो दुनियाँक संग डेग सँ डेग मिला छैल सकैत छथि।

चैनपुर धरती रत्नगर्भा अछि, एहिठाम एक सँ एक इतिहास रचनिहार जन्म लेलाह, ओहि कड़ी क' बहुत रास असुविधा केँ बादो रूपम कुमारी आगू बढ़ेली जाहि सँ पूरा ग्राम वासी बहुत खुश छैथ।

काली पूजा २०१६

अय बेर तीन बरख के बाद काली पूजा में गाम गेलौं. गाम  में  पैर रखिते  बुझायल जे स्वर्ग में  आबि  गेलहु.  ओना  त गाम के  यात्रा  सब  बेर  सुख कारी  होयत ऐछ, मुदा एहि बेर  त आर  बढ़िया  रहल. गाम  गेलाक बाद  त जीवन एकदम निश्चिन्त एवं सरल भ जायत ऐछ.

एहि बेर के काली पूजा चारि दिन के छल. गाम २८ तारीख के  पहुँचलौं. काली माय के जन्म से एक दिन पहिने. जन्मदिन २९ तारीख के  तै सांझ  होयत-होयत गाम के सब माय बहिन आ बेटी सब (चारि-पांच बरख के सेहो) माय काली के सांझ देबाक लेल दीप लेने चलि देलीह. गाम के माहौल  भक्ति  से सराबोर  छल. बुझि पडैत छल जे  कुनु  देव  भूमि में छी. हांजक हांज  लोक, छोर त छुटिते  नै छल.  आजुक दिन पुरनका काली घर में मैया के  जागरण के आयोजन छल ते दोसर दिस नवकि काली घर में आल्हा-उदल प्रसंग के बढ़िया आयोजन  छल. लोक कथा के आयोजन बड्ड सफल रहल.

दोसर दिन उका-पाती भेल. आन गाम के  त हमरा अंदाज  नहि ईच्छ, मुदा इ हम  दावा  क सके छि जे  उका-पाती के उपरांत अपन गाम के जे दृश्य रहैत ऐछ, ओ भारिसक्के कोनो ठाम होइत हैत. दुनु दिश के काली माय के आशीर्वाद लेबाक लेल पूरा गाम सड़के पर रहैत ऐछ. संगहि श्रेष्ठ जन के आशीर्वाद लेल सेहो सम्पूर्ण गाम गतिशील छल. नव-पुराण लोक से भेंट घांट एहि अवसर के आर यादगार बना देत ऐछ. आय सेहो पुरनका काली घर में जागरण के आयोजन छल आ नवकि काली घर में जल्दी में आयोजन करल गेल नाटक आ सांस्कृतिक कार्यक्रम भेल.

नवकि काली घर में आयोजित मेला एहि बेर हाय -टेक रहल, संगहि मेला विस्तृत रहल. काली पोखैर के जीर्णोद्धार से एहि आयोजन में सुगमता आयल. सम्पूर्ण मनिहारी वाला दोकान सब काली पोखैर के पाढ़ पर लगाओल गेल, एही तरहे, एनी दोकान-दौरी के लेल पर्याप्त जगह बनल. मेला में CCTV के व्यवस्था छल आ WI-FI सेहो. पार्किंग के समुचित व्यवस्था छल आ मेला परिसर में गाड़ी-घोड़ा के आवाजाही के कुशलता पूर्वक नियंत्रित कैल गेल. नवकि काली स्थान के मेला कमिटी के अध्यक्ष भगवान् जी अपन कुशल नेतृत्व में युवा वर्गक  सहयोग से मेला के सुव्यवस्थित रहल.

एहि बेर एकटा महत्वपूर्ण आयोजन सेहो भेल, ओ छल स्व. कलिकांत ठाकुर स्मृति छात्रवृत्ति समारोह. एहि में स्व. कालीकान्त ठाकुर के पौत्र एवं श्री राम चन्द्र ठाकुर के पुत्र श्री निरंजन ठाकुर द्वारा मैट्रिक के परीक्षा २०१६ में प्रथम तीन स्थान पर आबे वाला छात्र के प्रोत्साहन पुरस्कार देल गेल. इ आयोजन पुरनका काली स्थान के रंगमंच पर भेल. उपस्थित गणमान्य छलाह- श्री आर.एन.ठाकुर, श्री डी.एन.ठाकुर, श्री विक्रमादित्य खान, संजीव ठाकुर, सरोज कुमार मिश्र, संतोष कुमार ठाकुर 'ज्योतिषी जी', श्री राम चन्द्र  ठाकुर,  निरंजन ठाकुर, दीप नारायण ठाकुर, इत्यादि. समारोह के कुशलता पूर्वक सञ्चालन केलाह श्री प्रफुल्ल चन्द्र ठाकुर. एहि में प्रथम- अमन कुमार ठाकुर,, द्वितीय-विकास वैभव,  एवं तृतीय स्थान- सोनू झा कें क्रमशः १००००, ७००० एवं ५००० रुपया के  छात्रवृत्ति देल गेलेन. संगहि एकटा मेधावी छात्रा रूपम  कुमारी कें ३००० रुपया के विशेष  छात्रवृत्ति देल गेलैन. एहि इहो घोषणा भेल जे इ छात्रवृत्ति हर बरस देल जायत. संगहि रूपम कुमारी के प्रति मास १००० रूपया के छात्रवृत्ति हुनका छात्र जीवन भैर देल जायत. सम्पूर्ण गाम आ छात्र वर्ग निरंजन ठाकुर जी के आभारी छैथ. जतय एक दिश इ छात्र वर्ग के लेल प्रेरणा के स्रोत बनत, दोसर दिश आरो समर्थ लोक के सेहो  आकर्षित करत जे गाम के शिक्षा के उन्नति के लेल आगाँ एताह. इहो  आश्वासन  भेटल जे एही दिशा में किछ प्लान आरो बनत, एहि बात के मंचासीन आर.एन.ठाकुर सेहो घोषणा केलैथ. चैनपुर के शिक्षा के इतिहास में इ आयोजन एकटा मील के पाथर साबित होयत.

जेना पहिनहु कहल जे मेला के आयोजन  शानदार रहल आ शांतिपूर्ण सेहो. दुनु काली घर में आर्केस्ट्रा के आयोजन  छल जे अपने गामे टा नहि अपितु आस-पास के गाम सबहक युवा के खूब आकर्षित केलक.

माय काली के प्रतिमा के विसर्जन ०१.११.१६ के भेल. अद्भुत, अलौकिक दृश्य के वर्णन करय में हम असमर्थ छि. जे देखलक, सैह महसूस केलक. लगभग १०००० से बेसी दर्शनार्थी माय के भसान के साक्षी बनल. मेला अपन उच्चतम बिंदु पर पहुँच गेल भसान के बेर में. बोले काली माय के जयकारा से पूरा क्षेत्र गुंजायमान भेल. अश्रुपूरित नेत्र से मैया के बिदाय कैल गेल.
अगिला दिन कुश्ती पारंपरिक तरीका से भेल आ मेला समाप्त भेल.

बहुत दिन के बाद एहेन आनंद भेटल गाम में. माय के कृपा रहते त फेर अगिला बेर मैया के दर्शन लेल पहुचब.

एक बेर फेर- बोले रे काली माय की जय.