आय काली पूजा के मेला कुश्ती के संग समाप्त भ गेल. अय बेर के काली पूजा के आयोजन किछ खास छल. चैनपुर उच्च विद्यालय के २००५ मेट्रिक बैच के युवा सब मिलि के १० नवम्बर के चैनपुर आइडल के आयोजन केने छल एकदम इंडियन आइडल के तर्ज पर. राज्य के विभिन्न जिला से लगभग १०० से बेसी प्रतियोगी भाग ललक. पहिलुक राउंड त १० अक्टूबर के हि भ गेल छल आ ओही से लगभग २० गोट प्रतिभागी ग्रैंड फिनाले लेल चुनल गेलाह. नवकि काली के रंगमंच पर १० नवम्बर के सम्पूर्ण चैनपुर,कहू ते सम्पूर्ण बिहार गवाह बनल एही आयोजन. मुख्य अतिथि छलाह- भाजपा के छातापुर से नव निर्वाचित विधायक श्री नीरज कुमार सिंह बबलू आ उभरैत समाज सेवी श्री चन्द्र कान्त झा 'टीपू'. निर्णायक मंडल के सदस्य रहैथ : मैथिलि के प्रसिद्ध गायिका श्रीमती रंजना झा, म्यूजिक डायरेक्टर सरोज सुमन, श्रीमती लक्ष्मी सिंह एवं श्री निरंजन ठाकुर (प्रख्यात तबला वादक). प्रतियोगिता बड्ड कठिन छल, आ कतेक राउंड के बाद पहिलुक स्थान पर एल्लाह श्री मंजीत काश्यप, दोसर स्थान रंजना मिश्र एवं तेसर स्थान साक्षी कुमारी. अपना तरहक इ आयोजन एहि परोपट्टा में पहिल छल. आयोजन बड्ड सफल रहल. एकर प्रमुख कर्ता धर्ता सब छैथ: उज्जवल ठाकुर, रोशन मिश्र, विद्यासागर, दिलकुश, नितीश आ ढेरिक उर्जावान युवा सब, जिनकर नाम से हमहू अवगत नहि छि. सब शंका के दूर करैत, मुश्किल पर विजय क क एहि आयोजन के अभूतपूर्व सफलता प्रदान केलैथ, एही लेल सब के साधुवाद. बड्ड इच्छा रहितो, किछ व्यक्तिगत कारण से एहि साक्षी नहि भ सकलहु, एकर अफ़सोस जीवन भैर रहत.
जानकारी के अनुसार, मेला शांति पूर्वक संपन्न भेल, माय काली समस्त गाम के शक्ति देथुन जाहि से की एहिना काली पूजा अनवरत ढंग से होयत रहे. एकटा बात के दुःख होयत ऐछ जे गाम में नाटक के सुदीर्घ परंपरा छल, शायद ओकर लोप भ रहल छै. शायद कारण इ भेल जे समय के अनुसार हम सब नव विधा आ पद्धिति नहि अपनेलहु नाटक के सन्दर्भ में. समस्त गाम के एही दिशा में ध्यान देबाक बेगरता छै. गाम के कतेक लोक छैथ जे एखनहु रंगमंच से जुरल छैथ आ आधुनिक पद्धिति से पुर्णतः अवगत छित, किछ सार्थक प्रयास करबाक चाही. एही उम्मीद के संग समस्त ग्रामीण के छठ के अग्रिम शुभकामना.
जानकारी के अनुसार, मेला शांति पूर्वक संपन्न भेल, माय काली समस्त गाम के शक्ति देथुन जाहि से की एहिना काली पूजा अनवरत ढंग से होयत रहे. एकटा बात के दुःख होयत ऐछ जे गाम में नाटक के सुदीर्घ परंपरा छल, शायद ओकर लोप भ रहल छै. शायद कारण इ भेल जे समय के अनुसार हम सब नव विधा आ पद्धिति नहि अपनेलहु नाटक के सन्दर्भ में. समस्त गाम के एही दिशा में ध्यान देबाक बेगरता छै. गाम के कतेक लोक छैथ जे एखनहु रंगमंच से जुरल छैथ आ आधुनिक पद्धिति से पुर्णतः अवगत छित, किछ सार्थक प्रयास करबाक चाही. एही उम्मीद के संग समस्त ग्रामीण के छठ के अग्रिम शुभकामना.